कैसा है भारत में NFT का भविष्य ?

भारत में NFT में काफी लोग रुचि ले रहे है. वर्तमान समय में, भारत में प्रमुख बाजार और सामाजिक नेटवर्क एनएफटी के लिए काम कर रहे हैं.

NFT Future in India :

लोगों में बहुत जल्दी पैसा कमाने की होड़ लगी हुई है, ये लोग बैंक के इन्वेस्टमेंट से हटकर बहुत आगे की सोच रहे है. कुछ लोग डिजिटल प्लेटफार्म के जरिये करोड़ो रुपए कमा रहे है. और गवा भी रहे है. डिजिटल पैसा कमाने पर गलत फेहमी का माहौल ज्यादा बना हुआ है. लोगों को लगता है कि बैंक से जुड़े कई कामों को करने में उन्हें रिस्क लेनी पड़ती है, और उनका पैसा भी डूबने के चांस होते है. अब डिजिटली पैसा कमाने के लिए Non-Fungible Token (NFT) का इस्तेमाल किया जा रहा है. NFT को लेकर भारत में कई बाजार और बड़ी हस्तिया आगे आ रही हैं.

क्या होता है NFT :

NFT का पूरा नाम है Non-Fungible Token. जिसका अर्थ है कि इसे न तो बदला जा सकता है और न ही इंटरचेंज किया जा सकता है, यह एक प्रकार की यूनिक प्रॉपर्टीज हैं. आप इसे डिजिटल एसेट-एनएफटी (Digital Asset-NFT) एक डिजिटल (Digital) संपत्ति भी कह सकते है, जो कला (Art), संगीत (Music) और गेम (Games) जैसे इंटरनेट Collectible वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक द्वारा बनाए एक ऑथेंटिक सर्टिफिकेट के साथ क्रिप्टो क्यूरेंसी जैसा है.

एनफटी का टैक्ससेशन :

क्रिप्टो एसेट और एनएफटी पर टैक्स लगाने के लिए सरकार ने आयकर अधिनियम की धारा 2(47ए) में संशोधन किया था. इसमें नोटिफाई किया गया था कि क्रिप्टो एसेट या एनएफटी की बिक्री या ट्रांसफर से होने वाली किसी भी इनकम पर 30% टैक्स लगाया जाएगा. साथ ही जब भी कोई बिक्री या ट्रांसफर होता है तो 1% की दर से टीडीएस लागू होता है. जबकि VDA का टैक्सेशन केंद्रीय बजट 2022 में पेश किया गया था. वो NFT जो VDA के तहत कवर होती हैं इनके लिए सरकार ने 30 जून 2022 को नोटिफिकेशन जारी की थी. इसमें उन एनएफटी के बारे में क्लारिटी दी गई है, जो अंडरलाइंग डिजिटल एसेट में ओनरशिप को रिप्रजेंट करती हैं. एनएफटी टैक्सेशन में कुछ कंडीशन के तहत कवर होती हैं. जैसे कि अगर कोई भी जानकारी, कोड, नंबर या टोकन क्रिप्टोग्राफिक मीडियम से जनरेट होती हैं. साथ ही ये भी देखा जाता है कि क्या इनसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से ट्रांसफर, स्टोर या व्यापार किया जा सकता है. और टैक्सेशन में आने के लिए इन एसेट को इनहेरिट वैल्यू होने के वादे के साथ या इसके बिना कंसिडरेशन एक्सचेंज प्राइस का डिजिटल रिप्रजेंटेशन देना होता है. तब ही NFT टैक्सेशन में कवर होगी.

NFT की तरफ आये लोग :


फिनटेक उद्योग (Fintech Industry) में एनएफटी (NFT) काफी महत्वपूर्ण है. इसमें अरबो डॉलर का गेमिंग सेक्टर शामिल है साथ ही क्रिप्टोपंक (Cryptopunk), बोरेड एप यॉट क्लब भी इसमें शामिल हैं. ये आपको एक पैसिव इनकम दे सकते हैं. इनकी क्रिप्टो कम्युनिटी (Crypto Community) के अंदर एनएफटी को बढ़ावा देने में अहम भूमिका है. आपको बता दे कि भारत में 2021 के दौरान 86 से अधिक सक्रिय एनएफटी-आधारित स्टार्टअप की शुरुआत हुई थी. 

2021 में आये 86 स्टार्टअप :


आपको बता दे कि साल 2021 में 86 ऐसे स्टार्टअप सामने आये थे. जो भारत में एनएफटी की मार्केटिंग के लिए बड़ा कदम साबित हुए थे. जिसने डिजिटल संपत्ति और एनएफटी के प्रति लोगों की सोच को एक दम बदल कर रख दिया. इसमें भारतीयों को निवेश करने की जल्दी थी, जब उन्होंने अपनी पसंदीदा हस्तियों को पैसे कमाने की अपनी डिजिटल लाइनें बनाते देखा है. तो लोग धीरे-धीरे इसकी ओर जाने लगे. ओर अब पैसा कमा रहे है.

लेना पड़ता है टोकन :


एनएफटी बाजार में कई देशो के बड़े बड़े लोग, नामी गिरामी हस्तिया कुछ विशेष टोकन लेकर काम रहे है. इसमें अभिनेता अमिताभ बच्चन, सलमान खान, कमल हासन, युवराज सिंह, रोहित शर्मा और मनीष मल्होत्रा ​​​​सहित कई हस्तिया शामिल है. उन्होंने अपने डिजिटल टोकन जारी करने की घोषणा भी की है. 

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